**********वीर शीहीदो को कोटी कोटी नमन ***********
भिड़ पङीया परखलो,है रजपूती री खाण,
डट जाऊ तो हटु नाही है धरती माँता थारी आण,
...मुख न रण सूं मोङियौ,सिरे मायङ सतपूत,
कालै केसा कटंयौ, समर दीयो सबूत,
ओछी ऊमर ऊठ गया,सूरापै रै काज,
जुग जुग जीवो जगत मों,सुरपुर रा सरताज,
जबरो जंग ऍ जीतिया,रच आया इतिहास,
मरू ज महकै मोद सूं,हिंवङे बौत उजास,
शेरगढ़ री शेर धरा,मरदों तणी मरोङ,
इण धर सूरा नीपजै,किताक लाख करोङ,
रजपूती री रीत अठै,बैता खोडे री धार,
मूंछा सूर मरोङता,रे कारै री गाल,
धीर वीर टणकेल भङ,हिंवङै हाल उजास,
शेरगढ रे लाडलौ,रण रचियो इतिहास,
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